हाल ए दिल का बयां-
ऐसा नहीं कि अब प्यार नहीं तुझसे
पर सच कहूं अब ना हो पाएगा मुझसे
कब तक करता रहूं तेरा इंतजार
तूने तो कब का छोड़ दिया करना मुझसे प्यार
सोचा ना था तू इतनी जल्दी बदल जाएगी
साथ देने का वादा कर,बीच राह में छोड़ जाएगी
करता था करता हूं करता रहूंगा,तुझसे मोहब्बत
पर गलत लिया फैसला बना के,तुझको अपनी आदत
तू तो संभल गई,किसी और के बाहों में लिपट गई
पर मेरी हस्ती तो बिखर गई,बंद कमरों में सिमट गई
सोचा था कि तू ही मेरी आश है,तू ही मेरी सांस है
पर अब तेरे बिना,मेरी ज़िन्दा रूह भी बन गई लाश है
जमाने की इस दौड़ में जब तब कहीं मिलना होगा
मेरे दिल के टुकड़ों में चेहरा तेरा ही बना होगा
पर दिल की बातों को,जुबान पे ना लाऊंगा
जी भर के देख के तुझे,मैं आगे बढ़ जाऊंगा
ना चाहिए अब तेरा साथ,ना सुननी है तेरी कोई बात
ज़िन्दगी के हर मोड़ पे, अब नहीं चाहिए गम की बरसात
रह जाऊंगा तेरे बिना,जी जाऊंगा तेरे बिना
वक़्त के इस पहिए में,ढल जाऊंगा तेरे बिना
अब भी है प्यार तुझसे,पर अब ना हो पाएगा मुझसे।
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